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भारत में यह आम धारणा है कि मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं. लेकिन आंकड़े क्या कहते हैं.
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नईमा खातून को पांच सालों के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर नियुक्त किया गया है.
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पॉडकास्ट: वो कौन थी?
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हम बचपन से औरतों को ही टीचर और नर्स की भूमिका में देखते आए हैं. ऐसे में अकसर इन्हें महिलाओं से जुड़ा पेशा ही माना जाता है. लेकिन एक सदी पहले तक ऐसा नहीं था. सौ साल पहले के भारत में जब सावित्री बाई फुले ने पहली बार टीचर बनने की कोशिश की थी तो इसका इनाम उन्हें यह मिला था कि परिवार ने उन्हें घर से ही निकाल दिया था. यह कहानी है उस महिला की जिसने भारत के समाज में लड़कियों को अपनी जगह बनानी सिखाई.
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एक 14 साल की बच्ची दुनिया के बारे में कितना जानती समझती होगी? आने फ्रांक की डायरी उठा कर पढ़ेंगे तो हैरान रह जाएंगे कि जिस उम्र में लड़के लड़कियों की बातों को बचकाना कह कर नजरअंदाज कर दिया जाता है, उस उम्र में वे भावनाओं को किन गहराइयों में जा कर समझ रहे होते हैं. यह कहानी है उस यहूदी लड़की की जो नाजी काल में अपने परिवार के साथ छिप कर रहने पर मजबूर थी.
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